उत्तराखंड की यह लड़की सोलो साइक्लिंग से दे रही महीला सशक्तिकरण का संदेश, तीन उच्चस्तरीय पहाड़ी दर्रों को कर चुकी हैं पार

उत्तराखण्ड की एक 28 वर्षीय महिला साइकिल चालक अधिक से अधिक महिलाओं को एकल यात्रा यानी सोलो राइडिंग करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। शिवांगी राणा ने हाल ही में अपनी साईकिल से 3 प्रमुख पहाड़ी दर्रों को भी कवर किया है।

शिवानी राणा ने 2021 की शुरुआत से ही सोलो राइडिंग यात्राएं शुरू की उन्होंने बताया मुझे कई बार बताया गया था कि कैसे एक लड़की के लिए एकल यात्रा करना सुरक्षित नहीं था लेकिन मैं विरोधियों को गलत साबित करना चाहती थी। इसी संकल्प के साथ मैंने अपनी यात्राएं आरंभ की। 

चमोली जिले के मलारी गांव की रहने वाली शिवांगी एक प्रशिक्षित पर्वतारोही हैं और एक दिन एवरेस्ट पर चढ़ने की भी उम्मीद करती हैं । उन्होंने बताया कि "पिछले साल मैंने बार्डर से सटे आखिरी गांव नीति और माना घाटियों के माध्यम से एकल साइक्लिंग की सवारी पूरी की।"

"इस बार मैंने तीन एक- के-बाद-एक उच्चस्तरीय पर्वतीय पास बाराहोती, नीती और माणा की एकल यात्रा की है। उन्होंने कहा इस यात्रा में भारतीय सेना ने भी उन्हें हौसला बढ़ाया।"


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